आंखों की रोशनी होने लगी है कम? खाना शुरू कर दें ये चीजें, नहीं बढ़ेगा चश्मे का नंबर
आज की डिजिटल दुनिया में बढ़ता स्क्रीन टाइम, असंतुलित आहार और तनाव न केवल हमारी लाइफस्टाइल पर असर डालते हैं, बल्कि आंखों की रोशनी पर भी सीधा प्रभाव डालते हैं। यदि आपको लगता है कि हाल के दिनों में आपकी आंखों की नजर कमजोर हो रही है या चश्मे का नंबर बढ़ रहा है, तो यह वक्त है अपने आहार पर विशेष ध्यान देने का। वैज्ञानिक शोध और पोषण विशेषज्ञों की मानें तो कुछ खास चीजें ऐसी हैं जिन्हें खाने से आंखों की सेहत बेहतर हो सकती है और चश्मे का नंबर बढ़ने से रोका जा सकता है।
विटामिन A: रेटिना की सुरक्षा का पहला सिपाही
विटामिन A, खासकर बीटा-कैरोटीन, आंखों के लिए बेहद जरूरी होता है। यह न केवल रेटिना की कार्यक्षमता को बनाए रखता है, बल्कि नाईट ब्लाइंडनेस (रात में दिखने में कमी) से भी बचाता है।
उत्कृष्ट स्रोत:
- गाजर
- शकरकंद
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ
- आम और पपीता
विटामिन C और E: फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा
आंखों के ऊतकों को नुकसान पहुँचाने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में ये दोनों विटामिन्स एंटीऑक्सिडेंट्स की तरह काम करते हैं।
विटामिन C के स्रोत:
- संतरा
- कीनू
- स्ट्रॉबेरी
- टमाटर
विटामिन E के स्रोत:
- बादाम
- सूरजमुखी के बीज
- मूंगफली
ओमेगा-3 फैटी एसिड: ड्राय आई और रेटिना की रक्षा
ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों के रेटिना को मजबूत बनाते हैं और ड्राय आई सिंड्रोम से राहत दिलाते हैं। यह आंखों में नमी बनाए रखने में मदद करता है।
स्रोत:
- सालमन, टूना जैसी मछलियाँ
- अलसी के बीज
- अखरोट
- सोया
ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन: आंखों के लिए प्राकृतिक सनस्क्रीन
ये दोनों कैरोटेनॉइड्स आंखों के लेंस और रेटिना में एकत्रित होकर UV किरणों से बचाव करते हैं। वे डिजिटल स्क्रीनों से निकलने वाली ब्लू लाइट के नुकसान को कम करते हैं।
स्रोत:
- पालक
- मेथी
- केल
- अंडे की ज़र्दी
ज़िंक: आंखों की रचना और कार्यप्रणाली के लिए ज़रूरी
जिंक रेटिना में मौजूद एंजाइम्स को सक्रिय करता है और विटामिन A को कार्यात्मक बनाने में मदद करता है। इसकी कमी से रात्रि दृष्टि में दिक्कत हो सकती है।
स्रोत:
- कद्दू के बीज
- दालें
- नट्स
- रेड मीट और सीफूड
आंखों की सेहत के लिए खाद्य तत्वों की तुलना तालिका
पोषक तत्व | आंखों पर प्रभाव | प्रमुख स्रोत |
---|---|---|
विटामिन A | रेटिना स्वास्थ्य, नाईट विजन | गाजर, शकरकंद, आम |
विटामिन C | एंटीऑक्सिडेंट सुरक्षा | संतरा, स्ट्रॉबेरी, टमाटर |
विटामिन E | सेल सुरक्षा, मोतियाबिंद से बचाव | बादाम, सूरजमुखी बीज |
ओमेगा-3 | ड्राय आई में राहत, रेटिना सुरक्षा | मछली, अलसी, अखरोट |
ल्यूटिन व ज़ेक्सैन्थिन | ब्लू लाइट और UV से बचाव | पालक, केल, अंडा |
ज़िंक | रेटिना एंजाइम्स की क्रियाशीलता | बीज, नट्स, मीट |
दिनचर्या में कैसे करें शामिल?
- सुबह: एक गिलास पपीता या आम के साथ भीगा हुआ बादाम
- दोपहर: पालक, टमाटर और दाल से बना हेल्दी लंच
- शाम: स्ट्रॉबेरी या अखरोट जैसे हेल्दी स्नैक्स
- रात: ओमेगा-3 युक्त मछली या अलसी से बना डिनर
- पानी: रोज़ाना कम से कम 6–8 गिलास पानी पिएं
- 20-20-20 नियम अपनाएं: हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें
किन चीजों से बचें?
- अत्यधिक चीनी और प्रोसेस्ड फूड्स
- बहुत ज्यादा कैफीन या एल्कोहल
- बिना सनग्लास के तेज़ धूप में निकलना
- लगातार कई घंटे स्क्रीन देखना
निष्कर्ष
आंखों की रोशनी कम होना एक आम लेकिन चिंताजनक समस्या है। अच्छी बात यह है कि आप अपने आहार में कुछ विशेष पोषक तत्व शामिल कर इस समस्या को काफी हद तक काबू में रख सकते हैं। विटामिन A, C, E, ओमेगा-3, ल्यूटिन, ज़ेक्सैन्थिन और ज़िंक से भरपूर फूड्स ना सिर्फ आंखों को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि चश्मे का नंबर बढ़ने से भी रोक सकते हैं।
सही खानपान के साथ-साथ स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण और आंखों की नियमित जांच भी उतनी ही जरूरी है। थोड़े से प्रयास और नियमितता से आप अपनी दृष्टि को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
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