Mahavatar Narsimha: ट्रेलर में दिखा ईश्वर का उग्र रूप, प्रह्लाद की आस्था बनी अवतार का कारण
कभी-कभी कुछ कहानियाँ सिर्फ सुनी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। बचपन से हम सबने किसी न किसी रूप में प्रह्लाद, हिरण्यकश्यप और भगवान नरसिंह की कथा जरूर सुनी होगी। लेकिन अब पहली बार, ये कथा बड़े पर्दे पर एक भव्य एनिमेशन अवतार में जीवंत होने जा रही है। और इसका ट्रेलर… कहने को तो बस दो मिनट का है, लेकिन अंदर कुछ ऐसा जगा देता है जो शब्दों में बयान करना थोड़ा मुश्किल है।
ट्रेलर की शुरुआत में ही एक लाइन सुनाई देती है — "जब आस्था पर संकट आता है… तब अवतार होता है।" और बस, यहीं से goosebumps शुरू हो जाते हैं। ये सिर्फ डायलॉग नहीं है, ये एक भाव है, जो पूरे ट्रेलर में बहे जा रहा है। स्क्रीन पर प्रह्लाद की मासूम लेकिन अडिग भक्ति दिखाई देती है, और दूसरी तरफ हिरण्यकश्यप का घमंड जो आसमान छू रहा है। लेकिन जैसे ही भगवान विष्णु का उग्र नरसिंह रूप प्रकट होता है, मानो पर्दे पर बिजली कड़कने लगती है।
VFX और एनीमेशन को लेकर मैं शुरू में थोड़ा सा संशय में था, लेकिन ट्रेलर ने pleasantly surprise किया। हर फ्रेम में डिटेलिंग है, खासकर नरसिंह के चेहरे की अभिव्यक्ति, आंखों की आग और उस आखिरी सीन में सिंहासन की रचना — वो सब कुछ देखकर लगा कि हां, भारत भी अब अपनी पौराणिक कथाओं को cinematic scale पर पेश करने के लिए तैयार है।
यह फिल्म 25 जुलाई 2025 को रिलीज़ होने जा रही है, और वो भी 5 भाषाओं में — हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम। यानी हर कोने के दर्शक इससे जुड़ पाएंगे। और जो बात मुझे सबसे ज़्यादा एक्साइट करती है वो ये कि ‘महावतार नरसिंह’ केवल एक फिल्म नहीं है, ये दरअसल एक पूरे सिनेमैटिक यूनिवर्स की शुरुआत है। जी हां, आगे चलकर भगवान परशुराम, राम, कृष्ण और कल्कि जैसे अवतारों पर भी इसी लेवल की फिल्में आने वाली हैं।
इस ट्रेलर का एक और खास पहलू ये रहा कि इसे वृंदावन में लॉन्च किया गया — और वहां जो माहौल था, वो भी आध्यात्मिक और फिल्मी दुनिया का अद्भुत संगम था। प्रोड्यूसर्स की सोच भी साफ थी: "हर थिएटर मंदिर बने", और दर्शक फिल्म देखकर सिर्फ एंटरटेन नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी जुड़ें।
ट्रेलर को देखकर सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त रिएक्शन आया है। लोगों ने इसे "श्रद्धा का विस्फोट", "भक्ति और टेक्नोलॉजी का मेल", और "भारत की पौराणिकता का आधुनिक अवतार" कहा है। कुछ Reddit यूज़र्स ने तो ये भी कहा कि इस यूनिवर्स पर एक AAA वीडियो गेम बनना चाहिए — और मैं खुद भी इससे सहमत हूँ।
कुल मिलाकर, 'महावतार नरसिंह' का ट्रेलर उम्मीद से कहीं ज़्यादा दमदार है। हां, परफेक्शन की गुंजाइश हमेशा रहती है, लेकिन जो भाव, जो आस्था और जो विज़न इसमें दिखता है, वो इस फिल्म को बाकियों से बिल्कुल अलग खड़ा करता है। मुझे लगता है ये फिल्म बच्चों के लिए एक एंटरटेनिंग आध्यात्मिक क्लासरूम बन सकती है, और बड़ों के लिए एक reminder — कि जब अधर्म बढ़ता है, तब ईश्वर का आना तय होता है।
तो सवाल ये नहीं है कि आप ये फिल्म देखेंगे या नहीं… सवाल ये है कि क्या आप इसके लिए तैयार हैं?
अगर ट्रेलर देख लिया है, तो नीचे कमेंट करके बताइए — किस सीन ने आपको सबसे ज़्यादा छुआ? और अगर अब तक नहीं देखा, तो अब ज़रूर देखिए।
जय नरसिंह देव 🙏
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