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स्वच्छता सर्वेक्षण 2025: राष्ट्रपति से सम्मानित होंगे मध्यप्रदेश के 8 शहर, इंदौर 8वीं बार बना नंबर 1

 सुपर स्वच्छ लीग 2025: इंदौर बना फिर नंबर 1, भोपाल और उज्जैन ने भी मारी बाजी 

स्वच्छता सर्वेक्षण 2025: इंदौर आठवीं बार सुपर स्वच्छ लीग में नंबर 1, मध्यप्रदेश के आठ शहर होंगे सम्मानित

17 जुलाई 2025 को मध्यप्रदेश के स्वच्छता की दिशा में किए गए उत्कृष्ट कार्यों का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान होने जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देशभर के बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शहरों को पुरस्कृत करेंगी, जिनमें मध्यप्रदेश के 8 शहर स्वच्छता की विभिन्न श्रेणियों में शामिल हैं।

इंदौर को एक बार फिर देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया है। लगातार आठवीं बार इंदौर को सुपर स्वच्छ लीग की श्रेणी में अव्वल स्थान मिला है। इंदौर इससे पहले भी सात बार यह खिताब जीत चुका है और इस बार भी अपने प्रदर्शन व स्वच्छता में निरंतरता के कारण यह सम्मान प्राप्त करेगा।

भोपाल को देश की सबसे स्वच्छ राजधानी घोषित किया गया है। राजधानी श्रेणी में उसका पहला स्थान आना इस बात का प्रमाण है कि वहां की नगर पालिका और जनता ने मिलकर स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बना लिया है।

उज्जैन को 3 से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा। धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह शहर स्वच्छता के क्षेत्र में भी उत्कृष्टता प्राप्त कर रहा है।

बुधनी नगर को भी सम्मानित किया जाएगा, जो बीस हजार से कम आबादी वाले नगरों की श्रेणी में शामिल है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि छोटे नगर भी अगर ईमानदारी से प्रयास करें, तो राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकते हैं।

स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की खास बातें

  • इंदौर – 8वीं बार लगातार नंबर 1 (सुपर स्वच्छ लीग कैटेगरी)
  • भोपाल – देश की सबसे स्वच्छ राजधानी
  • उज्जैन – सुपर लीग में स्थान पाने वाला धार्मिक शहर

मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान – “स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने रचा इतिहास”

स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की सफलता पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य की जनता, सफाईकर्मियों और नगर निगमों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर देशभर में अपने प्रयासों का लोहा मनवाया है। राष्ट्रपति द्वारा 8 शहरों को मिलने वाला यह सम्मान हम सभी के लिए गर्व का विषय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान में मध्यप्रदेश ने कदम से कदम मिलाकर काम किया है। यह केवल सरकार की नहीं, बल्कि हर नागरिक, सफाईकर्मी, महापौर, पार्षद और अफसरों की सामूहिक जीत है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि स्वच्छता एक आदत है, अभियान नहीं, और इसे हम सभी को जीवन का हिस्सा बनाना होगा।

निष्कर्ष

स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक उपलब्धि यह साबित करती है कि जब सरकार, प्रशासन और आमजन मिलकर कार्य करें, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इंदौर का लगातार आठवीं बार सुपर स्वच्छ लीग में अव्वल आना, भोपाल का देश की सबसे स्वच्छ राजधानी बनना और उज्जैन, बुधनी जैसे अन्य शहरों का सम्मानित होना प्रदेश के लिए गौरव की बात है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की प्रेरणा से मध्यप्रदेश ने यह साबित कर दिया है कि स्वच्छता सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि समाज की सोच और संस्कृति का हिस्सा बन चुकी है। अब समय है कि हम सभी इस उपलब्धि को बनाए रखने के लिए मिलकर आगे भी प्रयास करते रहें।

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