Ladli Behna Yojana: राखी से पहले लाडली बहनों को MP सरकार का उपहार, जानिए कितनी रकम आएगी खाते में
लाडली बहना योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार ने रक्षाबंधन से पहले प्रदेश की 1.27 करोड़ बहनों को एक खास तोहफा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राखी से पहले हर लाभार्थी महिला के खाते में ₹1,250 की राशि जमा की जाएगी।
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर मेरी सभी लाडली बहनों को राज्य सरकार की ओर से स्नेह भरा उपहार – उनकी सम्मान राशि ₹1,250 इस बार 15 अगस्त से पहले ही खातों में भेज दी जाएगी। रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस पवित्र अवसर पर हमारी सरकार लाडली बहनों को यह सुनिश्चित कर उपहार देगी कि ₹250 की विशेष राशि उनके खातों में 9 अगस्त से पहले पहुंच जाए। यह सिर्फ रकम नहीं, राज्य सरकार की बहनों के प्रति स्नेह का प्रतीक है।”
कितनी रकम आएगी और कब?
तिथि | जानकारी |
---|---|
राशि | ₹1,250 प्रति लाभार्थी महिला |
कब मिलेगी? | राखी (19 अगस्त) से पहले, यानी 15 अगस्त 2025 से पहले |
लाभार्थी | 1.27 करोड़ पंजीकृत महिलाएं |
लाडली बहना योजना क्या है?
लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महिला-समर्थन योजना है, जिसके तहत राज्य की 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता के रूप में राशि दी जाती है। यह योजना महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता और सामाजिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
अब काम करने वाली बहनों को मिलेंगे अतिरिक्त ₹5000, जानिए कैसे मिलेगा
मध्य प्रदेश सरकार ने लाडली बहना योजना के तहत सिर्फ आर्थिक मदद तक खुद को सीमित नहीं रखा है, बल्कि अब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नया कदम उठाया है। जो महिलाएं रेडीमेड गारमेंट यूनिट या फैक्टरी में काम करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराएंगी, उन्हें सरकार की तरफ से अतिरिक्त ₹5000 की विशेष सहायता दी जाएगी।
इस बार खास क्या है?
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह पहला रक्षाबंधन उपहार होगा, जो उन्होंने अपने नए कार्यकाल में लाडली बहनों को समर्पित किया है।
- योजना के तहत मिलने वाली राशि ₹1,000 से बढ़ाकर ₹1,250 की गई है।
- सरकार ने कहा है कि भविष्य में यह राशि और भी बढ़ाई जा सकती है।
सरकार का उद्देश्य क्या है?
मध्य प्रदेश सरकार का कहना है कि: "हमारी लाडली बहनों को सिर्फ आर्थिक मदद नहीं चाहिए, उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता का अवसर भी चाहिए। यही कारण है कि जो महिलाएं काम के लिए आगे आ रही हैं, उन्हें ₹5000 की विशेष सहायता दी जा रही है।''
निष्कर्ष:
रक्षाबंधन से पहले यह तोहफा सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि भावनाओं और सम्मान का प्रतीक है। सरकार का यह प्रयास एक बार फिर साबित करता है कि लाडली बहनों की खुशियों में प्रदेश सरकार बराबर की भागीदार बन चुकी है।
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